“क्या करूं क्या ना करूं”
जब दिल में ऊहापोह हो
क्या करूं क्या ना करूं।
जब दिल में ऊहापोह हो
क्या करूं क्या ना करूं।
बड़ी चालाकी झूठ फरेब
चोरी करके तू भी देख।
भला न होगा तेरे तन का
भला न होगा तेरे मन का।
कब तक कोई करेगा प्यार
क्या इक तरफा होगा इज़हार।
सच्चे मन से करो प्रयास
ईश्वर देगा अपने आप।